बच्चों के डॉक्टर को पीडियाट्रीशियन कहते हैं आप में से बहुत से कैंडिडेट ऐसे होंगे जो पीडियाट्रिशियन बनना चाहते है लेकिन उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी नही होती है इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको इससे रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे. तो जो कैंडिडेट पीडियाट्रीशियन बनना चाहते हैं वो हमरे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़ें.
पीडियाट्रीशियन कौन होता है?
बच्चों के डॉक्टर को पीडियाट्रीशियन कहा जाता हैं जो उनकी बिमारियों का इलाज करते हैं. ये डॉक्टर छोटे बच्चों से लेकर 12 साल तक के बच्चों का इलाज करते है, आप लोग भी छोटे बच्चों की बहुत केयर करते होंगे लेकिन फिर भी वो जल्दी बीमार हो जाते हैं ऐसा इसलिए होता है क्युकी उनकी रोग प्रतिका क्षमता बहुत कमजोर होती है. कभी-कभी बच्चा वोमिटिंग करने लगता है, पेट में गैस हो जाती है, बुखार आने लगता है और इसी वजह से दूध नही पीता या खाना भी नही खाता है और छोटे बच्चों में स्किन इन्फेक्शन और सर्दी जल्दी हो जाती है कई बार ऐसा होता है कि बच्चे रात को बहुत रोते है लेकिन हमे ये नही समझ आता हैं कि उनको क्या दिक्कत है तो ऐसी बीमारियों को हमे नजरअंदाज नही करना चाहिए, ऐसे में आप किसी अच्छे पीडियाट्रीशियन के पास जाकर बच्चे का इलाज करा सकते हैं. अगर छोटे बच्चे में किसी भी तरह की कोई बीमारी है तो इसका इलाज भी एक पीडियाट्रीशियन से ही कराया जाता है.
पीडियाट्रीशियन बनने के लिए योग्यता क्या रखी गयी है?
पीडियाट्रीशियन बनने के लिए आपको साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) से 12th पास करना होगा, इसके बाद आपको मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट (जैसे- नीट यू जी टेस्ट) देगा होगा और ये टेस्ट पास करने के बाद मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया द्वारा एमबीबीएस, बैचलर ऑफ़ मेडिसिन या फिर बैचलर ऑफ़ सर्जरी की डिग्री लेना होगा, एमबीबीएस की डिग्री में आपके 55% मार्क्स होने चाहिए, और उसके बाद 3 साल का एम डी इन पीडियाट्रिक्स की पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री लेना होगा.
M D पीडियाट्रिक्स कोर्स करने के लिए टॉप कॉलेज कौन-कौन से हैं?
M D इन पीडियाट्रिक्स कोर्स करने के लिए बेस्ट कॉलेज-
- आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज, न्यू डेल्ही,
- जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पांडुचेरी,
- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़,
- अमृता यूनिवर्सिटी, कोयम्बटूर,
- St. John’s मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरु, आदि.
एमडी इन पीडियाट्रिक्स कोर्स करने के लिए लगभग 5 लाख से 25 लाख रूपये तक फीस लगती है.
M D पीडियाट्रिक्स कोर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट्स होते है?
M.D पीडियाट्रिक्स कोर्स के कुछ मुख्य सब्जेक्ट्स है-
ग्रोथ एंड डेवलपमेंट, बिहेवियरल एंड डेवलपमेंट डिस-ऑर्डर्स, निनोटोलॉजी (Neonatology), सोशल पीडियाट्रिक्स, जेनेटिक्स, न्यूट्रिशियन, रेनल डिस-ऑर्डर्स, हेमाटोलॉजी एंड ऑन्कोलॉजी, एंडीक्रीनोलॉजी, Gastrointestinal and लीवर डिजीज, कार्डियोवैस्कुलर, रेस्पिरेटरी, इन्फेक्शन्स, इम्युनोलॉजी एंड Rheumatology, इमरजेंसी एंड क्रिटिकल केयर, ENT, आई डिजीज, डाइजेस्टिव सिस्टम, न्यूरोलॉजी डिस-ऑर्डर्स, चिल्ड्रेन सिस्टमविथ स्पेशल नीड्स, फ़ीटस एंड न्यू बोर्न, स्किन डिजीज, ओर्थोपेडिक, साइकोलॉजिकल डिस-ऑर्डर्स, सोशल इश्यूज, सेंट्रल नर्वस सिस्टम, और यूरोलॉजिकल डिस-ऑर्डर्स आदि.
एम डी पीडियाट्रिक्स कोर्स करने के बाद आपको कौन-कौन से जॉब ऑप्शन्स मिल सकते हैं?
एमडी कोर्स करने के बाद आप गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में जॉब के अलावा रिसर्च लैबोरेट्रीज, रेलवे सर्विसेज, क्लीनिक, मेडिकल सेंटर्स, और मिलिट्री में भी जॉब पा सकते हैं. इस कोर्स को करने के बाद पीडियाट्रीशियन के साथ-साथ फार्मेसी मैनेजर, कंसलटेंट, और प्रोफेसर भी बन सकते हैं.
पीडियाट्रीशियन के अलावा आप कौन-कौन सी जॉब्स पा सकते हैं?
पीडियाट्रीशियन में अलावा आप अपने इंटरेस्ट के अनुसार पीडियाट्रिक सर्जन, Neonatologist, डेवलपमेंटल- बिहेवियरल पीडियाट्रीशियन, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट , पीडियाट्रिक ओर्थोपेडिस्ट्स, और पीडियाट्रिक एंडीक्रीनोलॉजिस्ट के जॉब आप्शन भी चुन कर सकते हैं.
एक पीडियाट्रीशियन बनने के लिए कैंडिडेट में मरीज के साथ लम्बे टाइम तक बात करने की एबिलिटी, डिसिप्लिन, नॉलेज, कमिटमेंट, और काइंड नेचर का भी होना चाहिए.
पीडियाट्रीशियन को रिक्रूट करने वाली टॉप कंपनी कौन सी है?
पीडियाट्रीशियन को रिक्रूट करने वाली टॉप कंपनी के नाम है-
- AIIMS (दिल्ली),
- फोर्टिस,
- मैक्स हेल्थकेयर,
- अपोलो,
- सूर्या चाइल्ड केयर (मुंबई),
- सर गंगाराम हॉस्पिटल (डेल्ही),
- क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (वेल्लोर) आदि.
पीडियाट्रीशियन की सैलरी कितनी होती है?
एक पीडियाट्रीशियन के पद पर काम करने वाले कैंडिडेट की सैलरी एक्सपीरियंस और प्रैक्टिस पर भी निर्भर करती है लेकिन आमतौर पर देखा जाये तो एक पीडियाट्रीशियन की शुरुआती सैलरी 5 लाख 17 हजार पर एनम तक होती है.
अन्य पढ़े:
आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये ( How to become a Pediatrician in Hindi) आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया होगा और आपके लिए काफी हेल्पफुल भी होगा क्युकी इसमें हमने आपको पीडियाट्रीशियन बनने से रिलेटेड सभी जानकारी दी है.
हमारी ये ( How to become a Pediatrician in Hindi) जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएगा और जो कैंडिडेट पीडियाट्रीशियन बनना चाहते हैं उनके साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा.