क्रिकेट अंपायर कैसे बनें? | How to become a cricket umpire in Hindi

दोस्तों, आप में से बहुत से कैंडिडेट एक अच्छा क्रिकेट अंपायर बनना चाहते होंगे, लेकिन उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी नही होगी इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको क्रिकेट अंपायर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे जो कैंडिडेट क्रिकेट अंपायर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

क्रिकेट अंपायर कौन होता है?

एक क्रिकेट अंपायर को क्रिकेट मैच में कोई भी निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता होती है. क्रिकेट खेलने वाले बैट्समैन और बॉलर पर जितना दबाव रहता है उससे ज्यादा दबाव क्रिकेट अंपायर पर होता है क्युकी एक क्रिकेट अंपायर के डिसीजन मैच के रिजल्ट को भी बदल सकता हैं. एक अंपायर से ज्यादातर गलतियाँ वाइड बॉल ऑर एलबीडब्ल्यू पर होती है. कई बार बॉल वाइड होती है और कई बार वाइड नही होती है और जो बॉल लाइन से थोड़ा भी इधर-उधर हो जाती है वैसी कंडीशन में अंपायर को अपना डिसीजन लेना मुश्किल हो जाता है और वाइड बॉल के लिए अभी कोई आरडीएस के जैसा नियम नही बनाया गया है.

लेकिन जब क्रिकेट अंपायर प्लेयर को एलबीडब्ल्यू देता है तो प्लेयर अंपायर के फैंसलों को बदलने के लिए डीआरएस का यूज करता है. जिसमे थर्ड अंपायर इस चीज़ को देखता है कि क्या सच में बॉल विकेटों में रही थी या नही. तो ऐसा करके अंपायर अपना डिसीजन सुधार सकता है अगर उससे कोई गलती हो जाती है और अंपायर जो भी निर्णय लेता है उस निर्णय को दोनों टीमों को स्वीकार करना पड़ता है. एक अंपायर को अनुअल सैलरी के अलावा प्रत्येक मैच की अलग से फीस भी मिलती है.

क्रिकेट अंपायर को क्या करना होता है?

क्रिकेट अंपायर को सुबह 9 बजे स्टेडियम पर जाना होता है और सुबह 10 क्रिकेट अंपायर क्रिकेट पिच की रिपोर्ट लेते हैं और स्टेडियम का पूरा माहौल और मौसम चेक करते है और मौसम की रिपोर्ट मिलने के बाद अंपायर अपना निर्णय बताते हैं और इसके बारे में भी बताते हैं कि मैच कब शुरू होगा.

क्रिकेट अंपायर बनने के लिए योग्यता क्या रखी गयी है?

क्रिकेट अंपायर बनने के लिए कैंडिडेट का 12th पास होना जरूरी है और कैंडिडेट को हिंदी और इंग्लिश दोनों लैंग्वेजेज अच्छे से आनी चाहिए. कैंडिडेट को क्रिकेट के 42 तरह से सभी नियमों की जानकारी होना नही जरूरी होता है. साथ ही कैंडिडेट को क्रिकेट के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए और क्रिकेट अंपायर बनने के लिए कैंडिडेट नरम स्वभाव का  होना चाहिए.

क्रिकेट अंपायर बनने का प्रोसेस क्या होता है?

क्रिकेट अंपायर बनने के लिए क्रिकेट राज्य स्तर बोर्ड द्वारा समय-समय पर लिखित परीक्षायें कराई जाती है अगर आप इन एक्साम्स को पास कर लेते हैं तो आप BCCI (Board of Control for Cricket in India) का एग्जाम दे सकते है अगर आप BCCI का एग्जाम पास कर लेते हैं तो आपको बीसीसीआई के पैनल में चुना जाता है और आपको राज्य स्तर के लिए अंपायर बनने का मौका दिया जाता है अगर आपकी अंपायरिंग राज्य स्तर में सही होगी तो बीसीसीआई द्वारा आपको अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अंपायर बनने के लिए भी चुना जा सकता है और आप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अंपायर बन सकते हैं.

अगर आप क्रिकेट राज्य स्तर बोर्ड का एग्जाम पास कर लेते है तो बीसीसीआई आपको मुख्य परीक्षा के लिए फ्री कोचिंग ट्रेनिंग प्रोवाइड करवाता है.

क्रिकेट अंपायर के रिटायर होने की उम्र क्या होती है?

फर्स्ट क्लास मैचों में अंपायरिंग करने वाले कैंडिडेट/अंपायर की उम्र 55 साल होती है इसके अलावा वनडे में 58 और टेस्ट मैचों में अंपायरिंग करने वाले कैंडिडेट को 60 साल की उम्र में निकाल दिया जाता है.

क्रिकेट अंपायर की सैलरी कितनी होती है?

आज के टाइम में BCCI के पास 105 रिजर्व अंपायर है जिनमे से सबसे अच्छे 20 अंपायर को टॉप 20 अंपायरों की श्रेणी में रखा गया है, इन अंपायर्स को प्रतिदिन 40,000 रूपये सैलरी मिलती है. टॉप 20 अंपायर्स को एक T20 मैच के लिए 20,000 रूपये सैलरी मिलती है.

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आज आपने क्या सीखा?

हम उम्मीद करते है कि हमारा ये (cricket umpire kaise bane hindi) आर्टिकल आपको काफी पसंद आया होगा और आपके लिए काफी हेल्पफुल भी होगा क्युकी इसमें हमने आपको क्रिकेट अंपायर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (cricket umpire kaise bane hindi) जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ भी कीजियेगा.

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